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अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2025: खुद से और समाज से जुड़ने की एक नई शुरुआत

अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2025: खुद से और समाज से जुड़ने की एक नई शुरुआत

By Vansh Upadhyay | Updated: 21 जून 2025


आज जब सूरज पूरी दुनिया में उगा, लाखों लोगों ने अपने योगा मैट बिछाए, एक गहरी सांस ली और उस चीज़ से दोबारा जुड़ने की कोशिश की जिसे हम अक्सर भूल जाते हैं — खुद से।

21 जून को हम अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2025 मना रहे हैं और इस साल की थीम है — “स्वयं और समाज के लिए योग”, जो आज के समय में बेहद प्रासंगिक लगती है।

शोर के बीच शांति की तलाश

एक ऐसी दुनिया में जहाँ शोर हर तरफ है, योग हमें रुकना सिखाता है।
सिर्फ हवा नहीं, बल्कि नियत सिर्फ सांस नहीं, बल्कि तनाव

योग सिर्फ व्यायाम नहीं है — यह संतुलन

क्यों आज भी ज़रूरी है योग?

सच कहें तो — आज की दुनिया थोड़ी उलझी हुई है। कभी युद्ध की खबरें, तो कभी सूचनाओं की बाढ़, हममें से कई लोग थके हुए हैं, परेशान हैं, और कभी-कभी उम्मीद खोते जा रहे हैं।

योग इन सबका जादुई समाधान नहीं है, लेकिन यह चलते-चलते ठहरावजमीन पर टिके रहने

आप हल्का महसूस करते हैं, शांत होते हैं, और खुद से जुड़े हुए। और सबसे अच्छी बात? आपको किसी महंगे उपकरण या एकदम सही पोज़ की ज़रूरत नहीं — बस थोड़ी सी जगह, एक गहरी सांस और रोज़ हाज़िरी।

मेरा निजी अनुभव

मैंने योग तब शुरू किया जब मैं कठिन दौर से गुजर रहा था — नींद गायब, सोचें बेकाबू, मन का कोहराम। शुरुआत में मुश्किल लगा। उंगलियां पैरों तक नहीं पहुंचती थीं, ध्यान भटक जाता था।

लेकिन धीरे-धीरे कुछ बदला। मुझे खामोशी

आज योग दिवस पर मैं ये कह सकता हूँ — योग ने सिर्फ शरीर को लचीला नहीं बनाया, बल्कि मुझे फिर से इंसान जैसा महसूस कराया।

कैसे शुरू करें योग?

  • छोटे से शुरू करें: 5-10 मिनट भी काफी हैं।
  • अपना स्थान चुनें: एक शांत कोना, बालकनी, या फिर पास का पार्क।
  • सांस पर ध्यान दें: हर इनहेल और एक्सहेल के साथ चलें।
  • अपने प्रति दयालु बनें: परफेक्ट पोज़ की ज़रूरत नहीं।

YouTube पर कई बेहतरीन शुरुआती वीडियो हैं, या आप Down Dog और Daily Yoga जैसे ऐप्स भी आज़मा सकते हैं। लेकिन सच कहें तो, सिर्फ कुछ मिनट गहरी सांस लेकर बैठना भी योग ही है।

एक बड़ी तस्वीर

योग सिर्फ शरीर और मन से नहीं, बल्कि एक-दूसरे से जोड़ता है। चाहे वो दिल्ली की गलियां हों या कैलिफ़ोर्निया के समुद्र तट, आज के योगा मैट सिर्फ एक्सरसाइज़ ज़ोन नहीं हैं — वे शांति के ज़ोन बन चुके हैं।

तो आप जहाँ कहीं भी हैं, जैसा भी आपका जीवन है, मैं आपको निमंत्रण देता हूँ — रुकें, खिंचें, सांस लें… और शायद मुस्कुरा भी लें।

अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2025 की हार्दिक शुभकामनाएं! 🧘‍♀️🧘‍♂️🌿

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